कोलेस्ट्रॉल को कैसे नियंत्रित करें ( How to Control Cholesterol )
दिन प्रतिदिन अनेक लोग कोलेस्ट्रॉल का शिकार होते जा रहे है, जिस कारण लाखों लोग रोजाना दिल के दौरे की वजह से मर रहे है, वहीँ कुछ लोग बी पी के कारण परेशान रहते है. इनसे निजात पाने के लिए हर संभव कोशिश करता है. पैसे वाले लोग सीधा डॉक्टर के पास जाते है और उन्हें वहाँ एंजियोप्लास्टी कराने के लिए बोल दिया जाता है. एंजियोप्लास्टी एक तरह का छोटा सा ऑपरेशन है. जिसमें दिल की नालियों में कुछ स्प्रिंग डाल दिए जाते है. इन स्प्रिंग्स को स्टेंट भी कहा जाता है.
किन्तु इन स्प्रिंग अर्थात स्टेंट की कीमत मात्रा 150 से 200 रूपये ही होती है किन्तु डॉक्टर फिर भी 3 से 4 लाख रूपये में ही ऑपरेशन करता है. पैसे वाले लोग तो ऑपरेशन करा लेते है किन्तु गरीबों का क्या ? और बात यहीं खत्म नही होती, ये स्टेंट आपके पेन में आने वाले स्प्रिंग की तरह ही होते है, जिनमें कुछ दिनों के बाद कुछ ना कुछ अटक ही जाता है. इस तरह फिर से दिल में ब्लोकेज हो जाती है. फिर डॉक्टर के पास जाया जाता है और फिर से डॉक्टर बोलते है कि एंजियोप्लास्टी कराएं. तो इस तरह ये प्रक्रिया चलती रहती है और इसका पूर्ण उपचार नहीं हो पाता. किन्तु कुछ इए घरेलू आयुर्वेदिक उपचार है जिनको अपनाकर आप अपने रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक को नियंत्रित कर सकते हो. ये उपाय निम्नलिखित है.
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने के घरेलू देशी उपचार ( Home Remedies to Control Cholesterol ) :
अदरक का रस ( Ginger Juice ) : अदरक में अनेक ऐसे तत्व पायें जाते है जो खून को पतला करते है, खून के पतला होने से हार्ट अटैक की संभावना कम होती है. साथ ही इससे हृदय व छाती में होने वाला दर्द भी खत्म होता है. इसलिए बढे हुए कोलेस्ट्रॉल से परेशान लोगों को रोजाना अदरक का जूस पीना चाहियें.
लहसुन का रस ( Garlic Juice ) : अदरक की ही तरह लहसुन में भी एक ऐसा तत्व पाया जाता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है और हृदय की नालियों में होने वाली सभी रुकावटों को दूर करता है. इस तत्व को अलिसिन ( Allicin ) के नाम से जाना जाता है.
लहसुन के रस का इस्तेमाल करने के लिएय आप दिन में 2 बार इसका इस्तेमाल करे और कम से कम 2 महीनों तक इस उपाय को अपनाएँ. इस तरह ये आपको अस्थमा, एसिडिटी, जोड़ों में दर्द, खांसी इत्त्यादी जैसी समस्याओं से भी बचायें रखता है. साथ ही ये मोटापा कम करने में भी मददगार होता है.
निम्बू का रस ( Lemon Juice ) : निम्बू के पौषक तत्वों के बारे में जितना कहा जाएँ उतना कम है, ये हर तरह के रोग में लाभदायी होता है. चाहे फिर वो खूबसूरती निखारे के लिए हो, बालों के लिए हो, रक्त साफ़ करने के लिए हो या फिर हृदय के लिए हो. इसमें अनेक ऐसे तत्व पायें जाते है जो शरीर को स्वस्थ रखते है जैसेकि इसमें पाया जाने वाला पोटैशियम, विटामिन सी और एंटीओक्सिडेंट ना सिर्फ रक्त को साफ़ करने में सहायक होते है बल्कि ये शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति भी प्रदान करते है अर्थात प्रतिरोधक शक्ति को बढाते है.
सेब का सिरका ( Apple Vinegar ) : सेब के सिरके में करीब 90 तरह के पौषक तत्व पाए जाते है. तो इस तरह आप अंदाजा लगा सकते हो कि ये किस कद्र लाभदायी होता है. इसका सेवन करने से पेट विकार, थकान, रक्त साफ़ इत्यादि जैसी समस्या पल भर में दूर हो जाती थी. साथ ही ये नसों को भी खोलता है. इसका इस्तेमाल करने के लिए आप 500 मिलीलीटर सिरका लें और उसे उबालें. जब ये 200 मिलीलीटर के करीब रह जाए तो आप इसमें थोडा शहद मिला लें और इसका सेवन करें. शहद मिलाने से इसके पौषक तत्वों में वृद्धि होती है और ये अधिक लाभकारी बनता है. आप इसका सेवन दिन में 2 बार करें
अर्जुन छाल का प्रयोग : अर्जुन छाल को पीस कर या उबाल कर रोज सुबह खाली पेट सेवन करने से काफी लाभ मिलता है इसका सेवन करने से खून पतला होता है और कप को दूर करती है। इसका नियमित सेवन से हर्दय रोगी को काफी आराम मिलता है।
कोलेस्ट्रोल घटाने के लिए खाएं खट्टे फल : अंगूर, स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी जैसे साइट्रस फलों में पेक्टिन (pectin) बहुत अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इनमें एक प्रकार का घुलनशील फाइबर होते है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। आप उन्हें नाश्ते में शामिल कर सकते हैं और उन्हें अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मिला कर खाए जा सकते हैं। यदि आपको को कुछ खट्टा या मीठा खाने जरूरत महसूस हो तो आप इन फलों का उपयोग कर सकते हैं जो आपके लिए फायदेमंद होते हैं।