तुलसी विवाह:
एक पवित्र हिंदू अनुष्ठान तुलसी विवाह क्या है?
तुलसी विवाह:
तुलसी विवाह |
इस वर्ष के लिए तिथियां:
तुलसी विवाह की तैयारी:
यदि आप तुलसी विवाह मनाने की योजना बना रहे हैं, तो यहां कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
दिन की पवित्रता
तुलसी विवाह का दिन अत्यंत पवित्र और शुद्ध माना जाता है। माना जाता है कि मां तुलसी की ऊर्जा सुख, धन और समृद्धि लाती है। एक महत्वपूर्ण परंपरा तुलसी के पत्ते को अपने बटुए में रखना या घर पर तिजोरी में रखना है। ऐसा माना जाता है कि यह देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद को आमंत्रित करता है।
एक पुजारी के साथ परामर्श:
अनुष्ठान करने के लिए शुभ मुहूर्त के बारे में परिवार के पुजारी या पास के मंदिर के पुजारी से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। अनुष्ठानों को मनमाने ढंग से या किसी सुविधाजनक समय पर नहीं किया जाना चाहिए। उचित परामर्श और तैयारी महत्वपूर्ण हैं।
तुलसी के पौधे को पानी देना:
तुलसी विवाह के दिन स्थान की ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने के लिए तुलसी के पौधे को गंगाजल (गंगा जल) से जल से जल दें। गंगाजल हिंदू परंपराओं में पवित्रता, शुभता और दिव्य ऊर्जा का प्रतीक है।
खरीदारी की सूची
तुलसी विवाह की तैयारी करते समय, अपनी खरीदारी सूची में निम्नलिखित वस्तुओं को शामिल करें: एक लाल चुन्नी या कपड़ा: तुलसी के पौधे को दुल्हन के रूप में एक नई लाल चुन्नी से सजाना महत्वपूर्ण है। मेंहदी और अन्य पारंपरिक अलंकरण जैसी अतिरिक्त वस्तुएं। लाल रंग हिंदू संस्कृति में नई शुरुआत, शुभता, समृद्धि और वैवाहिक आनंद का प्रतीक है।
क्या करें और क्या न करें
पौधे का सम्मान पौधे को काटें या छंटाई न करें: इस दिन तुलसी के पौधे को काटना या छंटाई करना गलत और अशुभ माना जाता है। सही इरादों के बिना पत्तियों को तोड़ना भी हतोत्साहित किया जाता है। सम्मान के साथ व्यवहार करें: चूंकि यह भगवान विष्णु से मां तुलसी के विवाह का दिन है, इसलिए पौधे के साथ अत्यंत सम्मान और नम्रता के साथ व्यवहार करें और उनकी देखभाल करें।
मंत्र जाप
तुलसी विवाह करते समय मां तुलसी और भगवान गणेश को समर्पित मंत्रों का जाप करें। सकारात्मकता और प्रेम से वायु का संचार करने के लिए मंत्रों का जाप करते हुए मां तुलसी को चुन्नी, मेंहदी और अन्य वस्तुओं से सजाएं। परिवार के पुजारी के नेतृत्व में अनुष्ठानों और प्रार्थनाओं के दौरान, उनके साथ मंत्रों का जाप करें। यदि आप किसी मंदिर में जा रहे हैं तो 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' या 'ओम तुलसी कृष्ण प्रेयसयाै नमः' जैसे सरल मंत्रों का जाप किया जा सकता है।
तुलसी विवाह के पवित्र उत्सव का आनंद लें और अपने घर में दिव्य आशीर्वाद आमंत्रित करें!